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Navjot Singh Sidhu Shayari श्रीमान नवजोत सिंह शिद्धू आपने जरूर सुना होगा क्योंकि यदि आप क्रिकेट प्रेमी है तो,या आपने कपिल शर्मा शो में शायरी बोलते सुना होगा और साथ मे ये एक ऐसी शख्सियत है जो क्रिकेट से राजनीति, कॉमेडी शो तक आपने करियर को बनाए रखा है ,
"इनकी शायरी सबसे अलग और मजेदार है जो दिलो को छू लेती है"
इसलिए आज हम Navjot Singh Sidhu Shayari लेकर आये हैं, जिसमें आपको Navjot Singh Sidhu Motivational Shayari, Navjot Singh Sidhu Shayari In Comedy Nights With Kapil show, love shayari ,transitive ,motivational quotes,verb ,Navjot Singh Sidhu Cricket Shayari In Hindi और navjot singh sidhu funny shayari पढ़ने को मिलेगी।
Navjot Singh Sidhu Shayari In Hindi
Best Tareef Shayari
दिल तोड़ना किसी के लिए खेल भी हो सकता है!
प्यार अगर सच्चा हो तो रब से मेल भी हो सकता है!!
बिजली के झटके जैसा हुस्न लेकर मत निकला करो ए हसीना!
कमजोर दिल वालों का हार्ट फैल भी हो सकता है!!
गुलाब अच्छा है सागर अच्छा या जाम अच्छा है!
आपकी आंखों के लिए कौनसा नाम अच्छा है!!
जीने के लिए तेरा एक अरमान ही काफी है!
दिल की कलम से लिखी यह दास्तान ही काफी है
तीर ओ तलवार की तुझे क्या ज़रूरत ए हसीना
क़त्ल करने के लिए तेरी एक मुस्कान ही काफी है
हम तो आशिक़ हैं मेहबूब की बात करते हैं'
याद आ जाये कोई हसीं, तो रब से फरियाद करते हैं!
और कब कभी ज़िक्र करना हो शोख फूलों का
तो आपकी मुस्कुराहट की बात करते हैं!!
परखना मत, परखने से कोई अपना नहीं रहता'
किसी भी आईने में, देर तक चेहरा नहीं रहता!
बड़े लोगों से मिलना हो तो ज़रा फांसला रखना'
दरिया जहाँ, समंदर में मिला दरिया नहीं रहता!!
रुलाने वालों की दुनियाँ में तू हँसाने वाला निकला'
लोग दर्द बांटते हैं तू दर्द मिटाने वाला निकला!
हँसी हँसी में तूने की है सबकी बोलती बंद
सोचा शिकवा करूँ तेरा खुदा से पर वो भी तेरा चाहने वाला निकला!!
शेर चला करते हैं,
खुद्दार चला करते हैं,
सिर ऊंचा करके कौम पे,
सचिन पायलट जैसे दमदार नेता चला करते हैं।
आप आये जैसे बहार आ गई,
सावन की रिमझिम जैसे फुन्हार आ गई,
मेरी बात पर अगर हंस दिए हुस्न-ए-आला
मानो हंसो की एक कतार आ गई।
चाँद निहारता होगा उसको चाँदनी पुकारती होगी
परियाँ बैठकर पास जिसका रूप निखारती होगी,
मैं सोचता हूँ कितना खुशनशीब होगा वो आईना
जिसमें देखकर आप खुद को संवारती होगी।
मौसम को सुहाना गुलों को रंगीन बना देती है
वो जब निकलती है घर से दुनियाँ को हसीन बना देती है
है वो जादू आपके चेहरे की हसीन रंगत में
जो ब्लैक एंड व्हाइट टीवी को कलर स्क्रीन बना देती है।
जूनून है आंधियो में भी चिरागों को जला देता है,
वो जूनून है आग पानी में लगा देता है,
ये नयी सुबह का सूरज है,
इसे गौर से देख पायलट के फैंस वालो को ये अंदाज नया देता है।
Sidhu motivational shayari in hindi
पानी की बूंद कही टिकती नहीं,
ईमानदारी मुझे कही दिखती नहीं
खरीददारो की मंडी में खड़ा है सचिन पायलट,
जितनी मर्जी बोली लगा लो कुछ चीजे ऐसी है जो बिकती नहीं।
गुलिस्तां में जाकर हर रंग को देखा
ना तेरे जैसी रंगत है ना तेरे जैसी खुशबू
कोई भी मुश्किल पर अपना सिक्का चलाते हैं
हौंसलों से अपने आँधियों में भी दिए जला आते हैं
जब उतरते हैं लेकर मजबूत इरादे मैदान मैं
भारत माता के यह सपूत विश्व विजेता कहलाते हैं
जो दिल से दे दुआ तो भिखारी भी अमीर है
मोती ना दे सके तो समंदर फकीर है!
देता रहेगा सारे अंधेरों को रोशनी
जब तक तेरे वजूद में रोशन जमीर है!!
मोहब्बत के बिना कोई जवानी भी जवानी नहीं होती
लहरों के बिना सागर में भी कोई रवानी नहीं होती!
वो बुरा ही सही, अधर्मी ही सही मगर यह भी सच है
विलेन के बिना कोई कहानी भी कहानी नहीं होती!!
क्या मिलेगा मार कर किसी को जान से,
मारना हो, तो मार डालो एहसान से,
दुश्मन मर नहीं सकता,कभी नुकसान से,
पर सर उठा के चल नहीं सकता
मरा हुआ एहसान से!!
इबादत नहीं सिर्फ माला को घुमा देना,
इबादत है किसी भूखे को रोटी खिला देना!
किसी रोते हुए को हसा देना,
किसी उजड़े हुए को बसा देना.!!
शेर चला करते हैं,
खुद्दार चला करते हैं,
सिर ऊंचा करके कौम पे,
सनी देओल जैसे सरदार चला करते हैं।
निकाल दे अपने दिल से हर डर को,
नजारे मिलेंगे नए फिर तेरी नजर को,!
दामन भर जाएगा सितारों से तेरा!
ये दुनिया देखेगी तब तेरे उभरते हुनर को!!
समुद्र शांत हो तो कोई भी नाव चला लेता हैं,
असली मज़ा तो तुफानों से कस्ती निकालने में आता हैं!
खुदी से खुद का अंदाज़ा नहीं होता
बाहर आने से पहले फूल भी ताज़ा नहीं होता!
कोशिशे करते रहो तो जान जाओगे,
मुकद्दर का हमेशा बंद दरवाजा नहीं होता!!
सूरज हूँ जिंदगी की चमक छोड़ जाऊँगा,
फिर लौट आने की खनक छोड़ जाऊँगा
मै सबकी आँखों से आंसू समेट कर,
सबके दिलो में अपनी झलक छोड़ जाऊँगा!
पानी की बूंद कही टिकती नहीं,
ईमानदारी मुझे कही दिखती नहीं
खरीददारो की मंडी में खड़ा है सचिन पायलट,
जितनी मर्जी बोली लगा लो कुछ चीजे ऐसी है जो बिकती नहीं।
हर दिन के बाद यहाँ रात होती है,
हार जीत मेरे दोस्त साथ साथ होती है,
कोई कितने भी बनाले हवा में महल
मिलता वही है गुरु जो औकाद होती है!
जूनून है आंधियो में भी चिरागों को जला देता है,
वो जूनून है आग पानी में लगा देता है,
ये नयी सुबह का सूरज है,
इसे गौर से देख पायलट के फैंस वालो को ये अंदाज नया देता है।
गुलिस्तां में जाकर हर रंग को देखा
ना तेरे जैसी रंगत है ना तेरे जैसी खुशबू
कोई भी मुश्किल पर अपना सिक्का चलाते हैं
हौंसलों से अपने आँधियों में भी दिए जला आते हैं
जब उतरते हैं लेकर मजबूत इरादे मैदान मैं
भारत माता के यह सपूत विश्व विजेता कहलाते हैं
गुलाबो की खुशबु दीवारे रोक नहीं सकती,
हवाओ का बहाव मीनारे रोक नहीं सकती,
बुलंद हौसले ही जीवन की हकीकत है,
फौलादो की तकदीर तब्दिरे रोक नहीं सकती।
नाम लेकर महबूब का दीवानों ने आज मोहब्बत का जाम पिया है
इंसान नहीं फरिश्ता है वो जो दूसरों के लिए जिया है
लोग तो करते हैं सिर्फ अपने घर को रोशन ज़माने में
विराट कोहली वो चिराग है जिसने हिंदुस्तान को रोशन किया है
हर किरदार से खुद को ऐसा जोड़ देता है
जब मारता है बाज़ी तो रिकॉर्ड तोड़ देता है
यह मैं नहीं कहता सुना है ज़माने से
यह दिलों के साथ होंटों पर भी असर छोड़ देता है।
आग कहीं भड़काना ना भूल जाये,
बिजली कहीं कड़कना ना भूल जाये,
संभलके रखना ऐ नौजवानों अपना दिल,
बिपासा को देखके कहीं धड़कना ना भूल जाये।
चांद को चांदनी सावन को बहारों का एहसास हो जाता
खिल उठते यह फूल जब आपका दीदार ए खास हो जाता
काश आप पर होता सब्जेक्ट कोई स्कूल में
दिल लगा कर पड़ता हर कोई पास हो जाता।
आयु थोड़ी बड़ी है, लेकिन उत्साह आज भी वही है
नदी चाहे गहरी है लेकिन प्रवाह आज भी वही है
वही दमखम वही चम चम, मन ठाठ वही है
तलवार पुरानी है पर धार और काट आज भी वही है।
मंजिले उनको मिलती है,
जिनके सपनों में जान होती है,
पंखो से कुछ नहीं होता,
हौसलों से उड़ान होती है।
जो छलकता है घड़ा वो आधा भरा होता है,
और सोना भी भट्टी में पड़ के ही खरा होता है,
एक बात बता दूं तुम्हें ए दोस्त,
आदमी पैसे से नहीं कर्म से बड़ा होता है।
कांटो में रहकर भी फूलो की तरह महकना सीखो
कीचड़ में रहकर भी दोस्तों कमल की तरह खिलना सीखो
जो परिस्थितियों से घबरा जाये वो लौह पुरुष हो नहीं सकता
राख में रहकर भी अंगारों की तरह दहकना सीखो!!
सिकंदर हालात के आगे नहीं झुकता
तारा टूट भी जाये जमीन पर आकर नहीं गिरता,
गिरते है हजारो दरिया समंदर में
पर कोई समंदर किसी दरिया में नहीं गिरता!
प्रेम परिचय को पहचान बना देता है
वीराने को गुलिस्तान बना देता है
मै आप बीती कहता हु गैरो कि नही
प्रेम इंसान को भगवान बना देता है।
जो वक़्त अपना बर्बाद नहीं करता,
किसी की दुनिया आबाद नहीं करता,
जिस किसी ने जगह मिलेगी जीत से!
हारने वालो को जमाना याद नहीं करता!!
हो जाये जो हमसे कभी वो खता बता देना,
मोबाइल नंबर ना सही घर का पता बता देना,
हम खड़े रहेंगे दीदार के लिए हैप्पी
आप जहाँ से भागो वो रस्ता बता देना
अतीत खुद जवाब है, उसपे सवाल नहीं होते,
मिट्टी में डूबे बिना गुलाब नहीं होते,
शिक्षा में यदि देश के प्रति प्रेम हो तो बात बनती है,
यूँ ही पैदा नेहरू जी, गांधी जी और शहीद भगत सिंह जनाब नहीं होते,
या खून पसीना करके दिखा,
या तान के चादर सोता जा,
ये नाव तो चलती जाएगी,
तू हँसता जा, या रोता जा
मेरे बारे में राय बनाने से पहले मुझसे बात कर लेना ,
अक्सर दूसरों से सुनी गयी बातें अफ़वाहें होती हैं ।।
चुप रहना भी एक तहज़ीब है संस्कारों की ।
लेकिन कुछ लोग हमें बेज़ुबान समझ लेते हैं।
खुदा की ऐसी बेमिसाल कारीगरी फिर से नहीं देखी
वो फ्लिक, वो कट, वो बाजीगरी फिर से नहीं देखी
एक से एक जांबाज आये क्रिकेट की इस रणभूमि में
मगर कलाईयों की ऐसी जादूगरी फिर से नहीं देखी
चाँद निहारता होगा उसको चाँदनी पुकारती होगी
परियाँ बैठकर पास जिसका रूप निखारती होगी,
मैं सोचता हूँ कितना खुशनशीब होगा वो आईना
जिसमें देखकर आप खुद को संवारती होगी।
नजर में सोखियाँ जिसकी अदाएं कमाल है,
है जुल्फ जैसी काली रात गालों का रंग जैसे गुलाल है,
अल्फाज नहीं है मोहतरमा क्या मैं तारीफ करूँ
हुश्न, अदाकारी और इंसानियत का ऐसा मिश्रण है
कमाल है, कमाल है, यारों धमाल है.
लग जा गले दोस्त और दिलों जान बन जा,
मैं तेरी गीता बन जाऊँ तू मेरा कुरान बन जा,
आ मोहब्बत की कुछ ऐसी मिशाल कायम करे
मैं तेरा पाकिस्तान बन जाऊं तू मेरा हिन्दुस्तान बन जा.
सूरज हूँ जिंदगी की चमक छोड़ जाऊँगा,
फिर लौट आने की खनक छोड़ जाऊँगा
मै सबकी आँखों से आंसू समेट कर,
सबके दिलो में अपनी झलक छोड़ जाऊँगा
जोड़ने वाले को मान मिलता है
तोड़ने वाले को अपमान मिलता है,
और जो खुशियाँ बाँट सके उसे सम्मान मिलता है
जूनून है आंधियो में भी चिरागों को जला देता है,
वो जूनून है आग पानी में लगा देता है,
ये नयी सुबह का सूरज है,
इसे गौर से देख राजनीति वालो को ये अंदाज नया देता है
Navjot singh sidhu shayari {2 line}
यक़ीन कीजिए “ईश्वर” के फ़ैसले
हमारी ख़्वाहिशों से बेहतर होते हैं ।
मंज़िल तो मिल जाने दो…
जवाब भी देंगे , हिसाब भी देंगे।
ग़लत को ग़लत कहने की क्षमता नहीं है
तो आपकी प्रतिभा व्यर्थ है ।
करते तो दोनो ही थे ।।
हम कोशिश , वो साज़िश..
सियासत को लहू पीने की लत है ,
वर्ना मुल्क में सब ख़ैरियत है ।।
जिनकी कामयाबी नहीं रोकी जा सकती ,
उनकी बदनामी शुरू की जाती है।
जीवन की सबसे बड़ी ख़ुशी उस काम को करने में है ,
जिसे लोग कहते हैं – “तुम कर नहीं सकते “
अर्जुन , भीम , युधिष्ठिर सारे समा गए इतिहास में ।
पर शकुनि के “पासे ” अब भी हैं सियासी लोगों के हाथ में !!
इश्क़ जिनको है वतन से , खुदी को मिटाते रहेंगे…
शमा महफ़िल में जलती रहेगी , परवाने और भी आते रहेंगे…
चिरागों की तरह खुद को जलाना पड़ता है,
यूं ही मुट्ठियाँ बाँध लेने से इंक़लाब नहीं होते!
ख्वाहिशें मेरी “अधूरी” ही सही
पर कोशिशें मैं “पूरी ” करता हूँ ।।
सख्तियां सहने के लिए पत्थर का जिगर पैदा करो,
कौम के ख़ातिर जो कट सके वो सर पैदा करो.
नेतृत्व पे सवाल है ?
मंशा पे बवाल है !!
जब ज़मीर गिरवी रख दिया जाए
तब आपकी कोई ताक़त मायने नहीं रखती !
समुद्र शांत हो तो कोई भी नाव चला लेता हैं,
असली मज़ा तो तुफानों से कस्ती निकालने में आता हैं!